ये सब हैं चाहने वाले!और आप?

Thursday, January 8, 2009

Sach Baat!

"ZUBAAN SE JO KAHI WOH BAAT AAM HOTI HAI,
KHAS MASLON PE GUFFTGU KA ANDAAZ HAI KUCH AUR."

2 comments:

  1. हिंदी में क्यों नहीं लिखते कुश भाई!

    अनूप शुक्ल

    ReplyDelete
  2. अनूप शुक़्ल जी,
    मित्र बहुत ही शीघ्र ऐसा होगा!

    ReplyDelete

Please feel free to express your true feelings about the 'Post' you just read. "Anonymous" Pl Excuse Me!
बेहिचक अपने विचारों को शब्द दें! आप की आलोचना ही मेरी रचना को निखार देगी!आपका comment न करना एक मायूसी सी देता है,लगता है रचना मै कुछ भी पढने योग्य नहीं है.So please do comment,it just takes few moments but my effort is blessed.